UP Primary Teacher Latest News उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 5000 सरकारी विद्यालयों के विलय की घोषणा करने के बाद से शिक्षा विभाग के कर्मचारी संगठन और डीएलएड करने वाले 15 लाख से अधिक अभ्यर्थी सरकार द्वारा शुरू की गई विद्यालय विलय योजना का विरोध कर रहे हैं इस योजना का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है और पहले चरण में 5000 विद्यालय के विलय की घोषणा भी की गई है सरकार की तरफ से घोषणा यह की गई है कि जिन विद्यालयों में बच्चे 50 से कम है ऐसे विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में विलय किया जाए तथा जो भी शिक्षक इन विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं ऐसे शिक्षकों को भी नजदीकी विद्यालय में समायोजित किया जाए इस योजना के शुरू होने के बाद शिक्षक संगठन और डीएलएड के अभ्यर्थी लगातार विरोध कर रहे हैं
विद्यालय विलय योजना से नई शिक्षक भर्ती पर खड़ा हुआ संकट
सरकार के द्वारा विद्यालय की विलय योजना शुरू होने से लगभग 30000 से अधिक प्रधानाध्यापकों के जो पद थे वह समाप्त हो जाएंगे और डीएलएड और बीटीसी करने वाले अभ्यर्थी जो नई शिक्षक भर्ती का पिछले 7 वर्षों से इंतजार कर रहे थे ऐसे अभ्यर्थियों के लिए नए पद पर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने में भी अब संकट खड़ा हो जाएगा इसके बाद अभ्यर्थी और शिक्षक संगठन सरकार द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम का जमकर विरोध कर रहे हैं प्रशिक्षण प्राप्त छात्र लगातार सरकार से विद्यालय विलय योजना को बंद करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार की तरफ से विद्यालय का विलय करने को लेकर शुरुआत कर दी गई है जिसमें इस समय गोरखपुर के एक विद्यालय का विलय नजदीकी विद्यालय में कर दिया गया है
जिन विद्यालयों में 50 से कम छात्र होंगे नामांकित ऐसे विद्यालयों का होगा विलय
विद्यालय योजना शुरू होने से लाखों अभ्यर्थी नई शिक्षक भर्ती से वंचित होंगे जबकि सरकार ने यह तर्क दिया है कि जैसे ही विद्यालय विलय योजना पूरी होगी उसके बाद वहां पर पढ़ने वाले लाखों बच्चों को इसका सीधा फायदा मिलेगा क्योंकि अभी जिन विद्यालयों में 50 से अधिक बच्चे हैं वहां पर केवल दो अध्यापक ही पढ़ रहे हैं जिस वजह से कक्षा 1 से लेकर 5 तक के सभी बच्चों को एक साथ बैठकर शिक्षण कार्य किया जा रहा है लेकिन जैसे ही विद्यालय विलय योजना पूरी होगी उसके बाद हर कक्षा के लिए एक अध्यापक नियुक्त होगा जिससे कि बच्चों के शिक्षण कार्य में बेहतरीन आएगी और अच्छी शिक्षा भी बच्चों को दी जा सकेगी सरकार ने यह तर्क दिया कि यह स्कीम नई शिक्षा नीति के तहत लागू की गई है जिसमें बच्चों के शिक्षण कार्य को बिना प्रभावित किया अच्छी शिक्षा दी जा सके
नई शिक्षक भर्ती को लेकर सरकार ने छात्र शिक्षक अनुपात बताया बराबर
उत्तर प्रदेश में सरकारी शिक्षक भर्ती का छात्र पिछले 7 वर्ष से इंतजार कर रहे थे अंतिम बार उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 69000 शिक्षक भर्ती का विज्ञापन 2018 में जारी किया गया था उसके बाद से अभी तक कोई भी नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं हुआ है लेकिन सरकार ने एक तरफ नई शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किए बिना ही लाखों छात्रों को बड़ा झटका दे दिया है विद्यालय विलय योजना आने से अभ्यर्थियों को नई शिक्षक भर्ती देखने को मिलने की संभावना कम हो गई है जिस वजह से छात्र लगातार सरकार की इस स्कीम का विरोध कर रहे हैं सरकार से छात्रों ने नई शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी करने की मांग की जिसके बाद सरकार की तरफ से शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस समय छात्र शिक्षक अनुपात बराबर होने की वजह से अभी नई शिक्षक भर्ती का कोई भी विज्ञापन जारी करने की योजना सरकार की नहीं है जैसे ही नए पद सृजित होंगे नई भर्ती विज्ञापन के बारे में सरकार के तरफ से विज्ञापन जारी करके भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी