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UP Primary School Merger News उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने का सपना देख रहे छात्रों को बड़ा झटका, जानें क्यों!

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UP Primary School Merger News उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी का सपना देख रहे लाखों छात्रों को बड़ा झटका लग सकता है उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से स्कूलों के मर्जर को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है जिसके बाद उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइमरी और जूनियर में कम संख्या वाले विद्यालयों को अपने नजदीक के विद्यालय में मर्जर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ऐसे में जो छात्र प्राथमिक शिक्षक भर्ती का सपना पिछले 7 वर्षों से देख रहे थे ऐसे छात्रों को बड़ा झटका लग सकता है सरकार की तरफ से 20 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के मर्जर को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है

उत्तर प्रदेश में 20 से कम छात्रों वाले 5000 स्कूल होंगे मर्ज

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से 20 से कम छात्र संख्या वाले ऐसे विद्यालय जिन विद्यालयों में 20 से कम छात्र नामांकित हैं ऐसे विद्यालयों को नजदीकी विद्यालय जो की 1 किलोमीटर के दायरे में आते हैं उनमें मर्जर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है सरकार की तरफ से मर्जर करते समय इस बात का ध्यान दिया जा रहा है कि जिन विद्यालयों का मर्जर का कार्य चल रहा है उन विद्यालयों के बीच कोई नदी नाला रेलवे लाइन या हाईवे ना होना चाहिए प्रदेश में इस समय लगभग 20 से कम छात्र संख्या वाले 5000 के आसपास ऐसे विद्यालय हैं जिनमें छात्रों की संख्या 20 से कम बताई जा रही है

8000 स्कूलों का मर्जर तय, 15 लाख D.El.Ed. अभ्यर्थियों की उम्मीदें खतरे में

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से पहले चरण में 8000 विद्यालयों के मर्जर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी जिसमें प्राइमरी और जूनियर के विद्यालय शामिल किए गए हैं बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से एक नया आदेश जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि ऐसे सभी विद्यालय जिसमे 20 से कम छात्र संख्या है उनकी रिपोर्ट जल्द से जल्द विभाग को उपलब्ध करवाई जाए मर्जर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रदेश के 15 लाख से अधिक डीएलएड अभ्यर्थी जो भर्ती का पिछले 7 वर्षों से इंतजार कर रहे हैं ऐसे अभ्यर्थियों के शिक्षक भर्ती को लेकर बड़ा झटका लग सकता है 

स्कूल मर्जर पर शिक्षक संघ का विरोध, प्रमोशन पर संकट

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मर्जर की प्रक्रिया शुरू होने के बाद डीएलएड अभ्यर्थियों के साथ ही शिक्षक संघ ने भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है क्योंकि विद्यालय मर्जर की प्रक्रिया होने से प्रमोशन का रास्ता बंद होने की संभावना है इसके साथ ही सरकार ने बताया है कि हर जिले में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालय खोले जाएंगे जिसमें छात्रों को आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी इसके साथ ही सरकार ने आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और शैक्षणिक सुविधाओं से इन विद्यालय को लैस करने की बात कही है सरकार के कंपोजिट विद्यालय में 450 छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाएगा सरकार हर जिले में कक्षा 1 से लेकर 12 तक के बच्चों के लिए इन विद्यालयों का संचालन करेगी 

UP में 28000 स्कूल बंद, हजारों प्रधानाध्यापक पद खत्म

उत्तर प्रदेश में 28000 प्राइमरी विद्यालय पहले से ही बंद करने की सूचना मिल रही है बताया जा रहा है कि 2017 में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन लगभग 1.58 लाख से अधिक विद्यालय थे जो कि अब घटकर 113299 प्राइमरी स्कूल शामिल थे जिनमें कंपोजिट विद्यालयों जिसमे छात्र संख्या कम थी ऐसे विद्यालयों का मर्जर किया गया है जिस की 28000 प्रधानाध्यापक के पद सीधा समाप्त हो गए हैं शिक्षक संगठनों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और शिक्षक संगठन कह रहे हैं कि पहले 20 नामांकन वाले विद्यालय फिर 50 नामांकन वाले विद्यालय उसके बाद 100 नामांकन वाले विद्यालयों को सरकार धीरे-धीरे न्याय पंचायत स्तर पर बंद करेगी जिससे कि शिक्षकों के पद धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगे सरकार ने तर्क दिया है कि छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा 2020 के आधार पर बेहतर सुविधा और बेहतर शिक्षा देने की दिशा में यह कदम उठाया गया है

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