UP Super TET Notification 2025 उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे लाखों छात्रों को बड़ा झटका लग सकता है उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन पिछले 7 वर्षों से जारी नहीं हुए हैं लेकिन उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन जारी होने से पहले ही आयोग की तरफ से बड़ी अपडेट सामने आ गई है उत्तर प्रदेश परिषदीय विद्यालयों का विलय शुरू कर दिया गया है ऐसे विद्यालय जिम छात्र संख्या 50 से कम है ऐसे विद्यालयों को अपने नजदीकी विद्यालय के साथ मर्ज करने की प्रक्रिया को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है ऐसे में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन पिछले 7 वर्षों से जारी नहीं हो सका था लेकिन विद्यालय के मर्ज होने से उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन जारी होने में संकट खड़ा हो गया है
प्रदेश में कम छात्र संख्या वाले विद्यालय का होगा मर्जर
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से नया नोटिफिकेशन जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि जिन विद्यालयों में छात्र संख्या कम है ऐसे सभी परिषदीय विद्यालयों को अपने नजदीकी विद्यालय में मर्ज किया जाएगा इसको लेकर आयोग की तरफ से सोमवार को एक शासनादेश भी जारी कर दिया गया है इस शासनादेश को अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा विभाग दीपक कुमार की तरफ से जारी किया गया है और इस शासनादेश को सभी जिला अधिकारियों को भेज दिया गया है इसमें बताया गया है कि जिन परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम है उनके विलय की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए इस आदेश के जारी होने के बाद विद्यालयों में नवाचार और सुधार का नया तरीका अपनाया जा सकता है लेकिन लाखों छात्रों को निराशा देखने को मिल रही है
प्रदेश के सभी परिषदीय विद्यालयों के विलय को लेकर नोटिफिकेशन जारी
सचिव उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव की तरफ से जारी नए शासनादेश के माध्यम से विद्यालयों के विलय की प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया है इसके साथ ही बताया गया है कि इस प्रक्रिया से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा जिन विद्यालयों में छात्र संख्या कम है उन्हें अपने नजदीकी विद्यालय के साथ मर्ज किया जाएगा और शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विद्यालयों को विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक सामग्री के साथ-साथ अन्य संसाधन ही उपलब्ध करवाए जाएंगे छात्रों को समावेशी और अच्छी शिक्षा देने के लिए यह कदम उठाया गया है लेकिन इस कदम से ऐसे छात्रों को बड़ा झटका लग सकता है जो पिछले 7 वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि प्राथमिक विद्यालय की संख्या कम होने से शिक्षक भर्ती के आने की संभावना भी कम हो जाएगी
प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन जारी होने में खड़ा हुआ संकट
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन पिछले कई वर्षों से जारी नहीं हुआ है लेकिन उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती की विज्ञापन जारी होने से पहले आयोग की तरफ से विद्यालय के विलय किए जाने को लेकर नोटिफिकेशन जब से जारी किया गया है उसके बाद से उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक भर्ती के विज्ञापन में संकट खड़ा हो गया है इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार की शिक्षा मंत्री की तरफ से कई बार बताया गया है कि प्रदेश में छात्र शिक्षक अनुपात बराबर है कई बार यह भी बताया गया है कि अध्यापकों की संख्या अधिक है और छात्रों की संख्या कम क्योंकि प्राथमिक विद्यालय में 30 बच्चों में एक अध्यापक जबकि जूनियर में 35 बच्चों में एक अध्यापक का मानक निर्धारित है लेकिन दिए गए आंकड़े में बताया गया है कि अध्यापकों की संख्या और छात्रों की संख्या लगभग बराबर है इसके बाद से प्राथमिक शिक्षक भर्ती की विज्ञापन आने में समस्या बार-बार हो रही है